
आकाशस्थ ग्रहों की
विशेष गति व् स्तिथि से भौतिक सृष्टि पर पड़ने वाले परिणामों का विशेष विवेचन करना
ही ज्योतिष शास्त्र का उद्देश्य है .
ज्योतिष शास्त्र के
मुख्य रूप से दो भाग है .
१-ग्रह ज्योतिष
२-फलित
ज्योतिष
इन दो भागों का
वर्णन तीन विभागों में किया गया है
१-सिद्धांत
२-संहिता
३-जातक
ग्रह ज्योतिष में
सिद्धांत और...