अक्सर हम लोग कहा करते हैं कि उपरी हवा लग
गयी है. हमारे धर्म ग्रंथों में इसकी विस्तृत विवेचना की गयी है.
कुछ ग्रन्थ इन्हने बुरी आत्मा मानते हैं, लेकिन
ज्योतिष के शनि, राहु, केतु विशेष रूप से उपरी हवा का कारक ग्रह माना गया है.
उपरी हवाओं का विशेष प्रभाव कुऐं, चोराहे तथा
गंदे स्थानों में होता है, इसलिए ऐसी जगहों पर जाने वालों पर उपरी हवा अपना विशेष
प्रभाव डालती है तथा रात और दिन के अभिजित समय (रात के १२ बजे और दिन के १२ बजे)
में इनका प्रभाव विशेषरूप से द्वार के चोखट पर माना गया है.
ज्योतिष के अनुसार जब राहु, केतु और शनि का
प्रभाव जातक की कुंडली...